प्रतापगढ़ में जन्मे पं॰मानस राजऋषि जी ने 12 वर्ष की आयु से लोगों के जीवन की समस्याओं के समाधान के लिए ज्योतिष, कर्मकांड, अन्य क्रियाओं के अनेक प्रयोग करने लगे । अंततोगत्वा उन्हे यही समझ मे आया की इनमें से कोई भी विकल्प वास्तव में मनुष्य को पूर्ण समाधान और संतुष्टि नहीं दे सकते । आज के समय मे सभी प्रयोजन सिर्फ नोट से जेब भरने का ही मार्ग बन गया है । मनुष्य को जब तब पूर्ण समाधान न मिले तबतक तक सारे प्रयोजन मात्र धोखा और छलावा हैं। पं॰मानस राज जी ने 25 वर्ष की आयु तक जब ज्योतिष ,तंत्र,मंत्र एवं विदेशों मे चलने वाले टैरो कार्ड, फेंगसुई आदि में प्रयोग करने पर जब पूर्ण समाधान के लिए विकृति पाई तब आप समाधान के लिए गहन अध्ययन में जुट गए। गुरु के आशीर्वाद और ईश्वरीय कृपा से 9 वर्ष के गहन शोध के बाद आपको सही तकनीक प्रपट हुई । जिसके आधार पर व्यक्ति जीवन मे चल रहे विभिन्न विषयों के प्रति कुछ माह में सही समाधान प्रपट कर सकता है । चाहे विशेष स्वस्थ्य समस्या हो अथवा पारिवारिक कलह, सुख की कमी हो या व्यवसाय में समस्या इन जीवन के प्रत्येक विषयों के प्रति समस्या होना अथवा समाधान मिलना सब भीतर की ऊर्जाओं का खेल है । पं॰मानस राज जी ने ऊर्जाओं के इस खेल को भली भांति समझा है और ऊर्जाओं को संतुलित कर पूर्ण समाधान दिया है ।
उम्मीद है हर इंसान बाहर के भटकाव और क्रियाओं से मुक्त होकर भीतर को ठीक करने का प्रयास करेगा जिसके लिए Astroyog की यह तकनीक समाधान को सहज करने मे सहायक सिद्ध होगी ।
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